Saturday, February 5, 2022

कैप्टन संजय द्वारा आयोजित 24 वें मेडीकल कैंप में पहुंचे 368 लाभार्थी

 

रैल पंचायत के सांडा गांव के शिविर में मोतियाबिंद के 41 मरीजों का आपरेशन करवाएंगे पराशर


डाडासीबा-कैप्टन संजय द्वारा जसवां-परागपुर क्षेत्र की रैल पंचायत के सांडा गांव में आयोजित किए गए 24 वें मेडीकल कैंप में 368 लाभार्थी पहुंचे। शनिवार को लगे इस स्वास्थ्य शिविर में आंखों व कानों की जांच के साथ ईसीजी, शुगर व ब्लड प्रेशर के भी टेस्ट किए गए। शिविर में कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करवाया गया। रविवार को भी इसी क्षेत्र की भनेड़ पंचायत के मलोट गांव में भी मेडीकल कैंप का आयोजन होगा। सांडा गांव में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 220 मरीजों ने अपने आंखों की जांच करवाई तो 63 के कानों का चेक अप किया गया। कैंप में आए 90 मरीजों को निशुल्क चश्मे वितरित किए गए। 125 मरीजों को आई ड्राप्स दिए गए। जबकि आंख चेक करने वाले चिकित्सा विशेषज्ञों ने 41 मरीजों को आपरेशन करने की सलाह दी। इन मरीजों के मोतियाबिंद के निशुल्क अापरेशन कांगड़ा के निजी अस्पताल में संजय पराशर के द्वारा अागामी बारह फरवरी को करवाए जाएंगे। शिविर में 39 मरीजों को कानों की मशीन फ्री में वितरित की गईं तो 36 मरीजों को कानों की दवाई भी दी गई। इसके साथ ही कैंप में पहुंची 85 महिलाओं को 850 निशुल्क सैनेटरी पैड भी वितरित किए गए। 55 मरीजों के शुगर, बीपी और इसीजी के टेस्ट भी किए गए। इसके अलावा शिविर में 25 परिवारों के मुफ्त में हिमकेयर कार्ड बनाने के लिए जरूरी औपचारिकता पूरी की गई।अमरोह के स्वास्थ्य शिविर में पहुंचे कैप्टन संजय ने कहा कि जसवां-परागपुर प्रदेश में ऐसा पहला क्षेत्र बनने जा रहा है, जोकि निकट भविष्य में पूर्ण रूप से मोतियाबिंद मुक्त हो जाएगा। इसके लिए भविष्य में भी स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन होता रहेगा। निस्संदेह क्षेत्र की जनता का अपार सहयोग व समर्थन मिला है और अब तो छोटे-छोटे गांवों में भी मेडीकल कैंप आयोजित होने लगे हैं। कहा कि भौगोलिक दृष्टि से उन क्षेत्रों में भी शिविर लगाए जा रहे हैं, जहां बुजुर्ग परिवहन सुविधा या अन्य कारणों से इन कैंपों में नहीं पहुंच सके थे। रैल में कुछ महीने पहले भी बाड़ी गांव में शिविर लगाया गया था, लेकिन पंचायत के ही दूसरे गांवों के लोग उस कैंप में बरसात होने के कारण नहीं पहुंच पाए थे। ऐसे में निर्णय लिया गया कि इस पंचायत में दोबारा शिविर लगाया जाए। आज के कैंप में ज्यादातर लाभार्थी रैल पंचायत से संबंधित रहे हैं। वहीं, मेडीकल कैंप में पहुंचे सांडा गांव के ब्रह्रम दास, रैल की सावित्री देवी, सांडा से सुनीता देवी, नारी की आशा देवी और बाड़ी गांव के रोशन लाल ने बताया कि संजय पराशर के सौजन्य से पहली बार उनके गांव में इस तरह के कैंप का आयोजन हुआ है और उन्हें अपने गांव और घर के नजदीक ही आंखों व कानों का चेक अप करवाने के अलावा विभिन्न टेस्ट करवाने की सुविधा मिली है। बड़ी बात यह भी है कि उन्हें शिविर में जांच के लिए लंबा इंतजार भी नहीं करना पड़ा, जिसके लिए वे पराशर का आभार व्यक्त करते हैं।