जिस तरह से देश भर में किसानों ने सरकार को कृषि बिल को वापस लेने के लिए मजबूर कर दिया था वही सरकार को यूपी और पंजाब के चुनाव नजदीक आने पर तीन काले कानूनों को वापस लेना पड़ा। समाजसेवी अभिषेक धीमान ने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार को इन तीन काले बिलों को वापस करने के लिए संघर्ष पर डटे किसानों की मौत पर उनके परिजनों को मुआवजा देना चाहिए उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से हिमाचल के उपचुनावों में बीजेपी को करारी हार मिली है उसके चलते डीजल और पेट्रोल के दामों में भी काफी कटौती आई है जिसके चलते केंद्र सरकार ने देखा कि पंजाब और यूपी के चुनाव नजदीक आ रहे हैं अगर इन तीन कृषि कानून बिलों को वापस नहीं लिया गया तो जनता इस बार चुनावों में सबक सिखाएगी इसी दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुरु नानक देव जयंती को इन तीन कृषि बिलों को वापस ले लिया गया। समाजसेवी अभिषेक धीमान ने यह भी कहा कि इसका सारा का सारा श्रेय किसी भी पार्टी को नहीं जाता है, इसका सारे का सारा श्रेय किसानों को जाता है और उनकी विजय हुई है।