पूर्व कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के वाइस चेयरमैन सुरेंद्र सिंह मनकोटिया ने कहा केसीसी बैंक का चुनाव नहीं हुआ मानो विधायकों और मंत्रियों का चुनाव हो । सारे मंंत्री और विधायक चुनाव में झौंक दिए गए हैं। सोसायटी में सचिवों और सोसायटी मेंम्बर्स को विधायकों और मंत्रियों के फोन आ रहे हैं उनके करिंदों के फोन आ रहे हैं उनके करिंदे पूरे इलाके में दनदना रहे हैं सचिवों को डराया जा रहा है। अंजाम भुगतने का रौब दिखाया जा रहा है। दरअसल केसीसी बैंक के डायरेक्टर के चुनाव हैं सोसायटी(डिपुओं) के चुने हुए डेलीगेट चुनाव में हिस्सा लेंगे वोटर राईट का अधिकार सहकारी सभा समिति करेगी जिसके लिए 29 जुलाई से 7 अगस्त तक का समय दिया गया है इस दौरान, सोसायटी डिपो के सचिव बैठक बुलाकर, वोटर राईट के लिए डेलीगेट का चुनाव करेंगे यहां से सारा माजरा शुरू होता है । डेलीगेट के चुनाव के लिए गुंडागर्दी बदतमीजी, हाथापाई सब कुछ शुरू हो चुका है सचिवों को झूठे केस में फंसाने का डर दिखाया जा रहा है जहां पदाधिकारियों की बैठक होती है इनके लोग वहीं पर कमरे में आ धमकते हैं, बदतमीजी पर उतर आते हैं, जबरदस्ती अपनी पसंद के सदस्य को वोट का राईट देने के लिए कहते हैं और जब बात न बने तो ऊपर से फोन बज उठते हैं कई तरह के प्रलोभन भी दिए जा रहे हैं आजकल तो लग रहा है कि केसीसी डायरेक्टर का चुनाव नहीं बल्कि एमएलए और मंत्री का चुनाव है । हाल ही में, जो पैसा पार्टी के लोगों को बिना वजह से , रिलीफ फंड से दिया गया है उसका जमकर इस्तेमाल और प्रचलन इस चुनाव में हो रहा है और यही दिया गया पैसा पंचायत चुनावों में भी ईस्तेमाल होगा ऐसी संभावना है यह लोकतंत्र की हत्या है और निष्पक्ष चुनावों के लिए धब्बा है।
Saturday, August 1, 2020
केसीसी बैंक के डायरेक्टर चुनाव को लेकर बोले मनकोटिया- वोटर राईट के लिए हो रही गुंडागर्दी
पूर्व कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के वाइस चेयरमैन सुरेंद्र सिंह मनकोटिया ने कहा केसीसी बैंक का चुनाव नहीं हुआ मानो विधायकों और मंत्रियों का चुनाव हो । सारे मंंत्री और विधायक चुनाव में झौंक दिए गए हैं। सोसायटी में सचिवों और सोसायटी मेंम्बर्स को विधायकों और मंत्रियों के फोन आ रहे हैं उनके करिंदों के फोन आ रहे हैं उनके करिंदे पूरे इलाके में दनदना रहे हैं सचिवों को डराया जा रहा है। अंजाम भुगतने का रौब दिखाया जा रहा है। दरअसल केसीसी बैंक के डायरेक्टर के चुनाव हैं सोसायटी(डिपुओं) के चुने हुए डेलीगेट चुनाव में हिस्सा लेंगे वोटर राईट का अधिकार सहकारी सभा समिति करेगी जिसके लिए 29 जुलाई से 7 अगस्त तक का समय दिया गया है इस दौरान, सोसायटी डिपो के सचिव बैठक बुलाकर, वोटर राईट के लिए डेलीगेट का चुनाव करेंगे यहां से सारा माजरा शुरू होता है । डेलीगेट के चुनाव के लिए गुंडागर्दी बदतमीजी, हाथापाई सब कुछ शुरू हो चुका है सचिवों को झूठे केस में फंसाने का डर दिखाया जा रहा है जहां पदाधिकारियों की बैठक होती है इनके लोग वहीं पर कमरे में आ धमकते हैं, बदतमीजी पर उतर आते हैं, जबरदस्ती अपनी पसंद के सदस्य को वोट का राईट देने के लिए कहते हैं और जब बात न बने तो ऊपर से फोन बज उठते हैं कई तरह के प्रलोभन भी दिए जा रहे हैं आजकल तो लग रहा है कि केसीसी डायरेक्टर का चुनाव नहीं बल्कि एमएलए और मंत्री का चुनाव है । हाल ही में, जो पैसा पार्टी के लोगों को बिना वजह से , रिलीफ फंड से दिया गया है उसका जमकर इस्तेमाल और प्रचलन इस चुनाव में हो रहा है और यही दिया गया पैसा पंचायत चुनावों में भी ईस्तेमाल होगा ऐसी संभावना है यह लोकतंत्र की हत्या है और निष्पक्ष चुनावों के लिए धब्बा है।
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