हमारी लंबे समय से यह मांग चलती आ रही है कि जो खड्डे जसवां प्रागपुर में ब्यास नदी और स्वा़ं नदी के किनारे पड़ती हैं उनका तटयीकरण किया जाए जैसा कि हरोली में स्वां नदी पर किया जा रहा है । परंतु यहां पर सेंट्रल वाटर कमीशन की टीम का दौरा 26 मई को करने के बावजूद उस पर आगे कोई कार्रवाई नहीं हो रही। जिस कारण आज जैसा की स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जल शक्ति मंत्री श्री महेंद्र जी कहा कि तटयीकरण आधा दर्जन नदियों पर होगा उसके लिए बकायदा पैसे भी हो चुके हैं जैसा कि आज के पेपर में आया हुआ है परंतु जसवां प्रागपुर की व्यास नदी और स्वां नदी के तटीयकारण के लिए कोई पैसा मंजूर नहीं हुआ है और यह अनएक्सपीरियंस और अधिकारियों से काम लेने का तजुर्बा नहीं होने के कारण यह हमारा मामला अटका हुआ है । आधा दर्जन योजनाएं पास हो गई परंतु हमारी परियोजना दौरे करने और आब्जैकश्न लगने तक ही सीमित है। मेरा जयराम मुख्यमंत्री महोदय से और मंत्री श्री विक्रम ठाकुर जी से अनुरोध है कि हर साल हजारों वर्ग मीटर भूमि कटान की वजह से बेकार हो जाती है और लोग इस कटाव के डर से हजारों एकड़ भूमि को जो खड्डों के किनारे हैं उनको बिजते नहीं हैं जिस कारण खेती की भी क्षति हो रही है इस पर ध्यान दिया जाए और अति शीघ्र इसकी प्रपोज सेंट्रल वाटर कमीशन को भेजकर जल्दी से इस परियोजना को पास कराया जाए ताकि विभिन्न खड्डों में फलड की वजह से जो जान माल की हानि होती है जो फसल खराब होती है उससे बचा जा सके और फ्लड को कंट्रोल किया जा सकेनकेड़ खड जो धवाला पंचायत में आती है, के लिए 231 करोड़ मंजूर हो चुका है उसके लिए वहां के विधायक महोदय ने अपनी तत्परता दिखाते हुए मंजूर करवा लिए परंतु हमारे विधायक जो स्वयं मंत्री होने के बावजूद अपने क्षेत्र की तटीयकरण की स्कीम को जो कि 708.08 करोड रुपए की है मंजूर नहीं करवा सके यह इनकी कमजोरी है। इस कमजोर नेतृत्व के कारण जसवा़ँ प्रागपुर अपने को कुछ लेने में असमर्थ रहा है
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