Saturday, May 30, 2020

स्वास्थ्य घोटाला : पूर्व स्वास्थ्य निदेशक को मिली ज़मानत



स्वास्थ्य विभाग के पीपीई किट घोटाले में गिरफ्तार कथित आरोपी स्वास्थ्य निदेशक अजय गुप्ता को सत्र न्यायालय ने जमानत दे दी है। हालांकि विजिलेंस गुप्ता का 5 दिन का रिमांड मांग रही थी लेकिन जिला सत्र ने ये कह कर उनकी मांग को ख़ारिज कर दिया कि 10 दिनों में उन्होंने गुप्ता से क्या पूछताछ की। ऑडियो क्लिप के अलावा विजिलेंस के पास गुप्ता के ख़िलाफ़ क्या सबूत है? इस पर विजिलेंस संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। गुप्ता के वकील कश्मीर सिंह ठाकुर ने दलील दी कि पीपीई किट ख़रीद कमेटी में स्वास्थ्य सचिव और डिप्टी डायरेक्टर का ज्यादा रोल है। ऐसे में गुप्ता को बेवजह गिरफ्तार किया गया है।

जिला सत्र न्यायाधीश ने ये भी कहा कि इस दौरान गुप्ता गवाह और किसी को फ़ोन नहीं करेंगे। यदि कोई गड़बड़ी करते हैं तो उनकी जमानत रद्द करने के लिए विजिलेंस कोर्ट आ सकती है। इसलिए ये जमानत सशर्त दी गयी है।

 बता दे कि 26 मई को जिला सत्र न्यायाधीश ने उन्हें 5 तीन के पुलिस रिमांड पर भेजा था। गुप्ता को स्वास्थ्य विभाग में मेडकिल ख़रीद घोटाले में विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है। एक 43 सेकंड का ऑडियो वायरल होने के बाद गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था।

Friday, May 29, 2020

टैक्सी से भी सस्ता पड़ रहा दिल्ली से हिमाचल के गगल का हवाई सफर


कोरोना महामारी के दौरान दिल्ली से गगल का हवाई सफर टैक्सी से भी सस्ता है। स्पाइसजेट और एयर इंडिया की उड़ानें 3900 से 4400 रुपये में दिल्ली से गगल का सफर करवा रही हैं। चंडीगढ़ का सफर भी 1700 रुपये से शुरू है। हवाई सफर में रुपयों के साथ-साथ समय की भी बचत हो रही है, जबकि टैक्सी के माध्यम से यही सफर जहां उलझनों भरा है। यह हवाई जहाज की अपेक्षा महंगा भी है।



गगल एयरपोर्ट पर स्पाइस जेट और एयर इंडिया का विमान दिल्ली और चंडीगढ़ से लैंड हो रहा है। दोनों फ्लाइटों का न्यूनतम किराया 3900 रुपये से शुरू हो रहा है, जबकि एक टैक्सी चालक दिल्ली तक पहुंचाने की एवज में ही 10 से 12 हजार रुपये ले रहे हैं। टैक्सी में सफर के दौरान रास्ते में परेशानियां और जगह-जगह चेकिंग के अलावा खराब रास्तों से होकर 12 से 15 घंटे का सफर करना पड़ रहा है। हवाई जहाज में यात्रियों का सफर कम किराए में और मात्र डेढ़ से पौने दो घंटे में दिल्ली से गगल और गगल से दिल्ली का हो रहा है।

जब 10 से 15 हजार तक होता था किराया

मई और जून में पर्यटन सीजन अपने चरम पर होता था तो हवाई जहाज में किराया भी 10 से 15 हजार के बीच होता था। इस बार पर्यटन सीजन पूरी तरह कोरोना की मार से ठप पड़ा है। इसके चलते हवाई सेवाओं के किराये में भी भारी कमी आई है। 


हवाई टिकटों को महंगे व सस्ते दामों पर विक्रय करना मांग के अनुसार होता है। अगर मांग कम होगी तो किराया कम और ज्यादा होगा तो किराये में बढ़ोतरी होगी। - कमल किशोर शर्मा, निदेशक, हवाई अड्डा गगल


प्रशासन की चूक या लापरवाही: रेड जोन के 7 लोग टेस्ट के लिए ट्रैक्टर में भेज दिए ऊना



जिला ऊना में शुक्रवार देर शाम बड़ी लापरवाही देखने को मिली। लापरवाही एक नहीं, बल्कि चार-चार थी। पहली लापरवाही रेड जोन से आए सात लोगों को एक क्वारंटीन सेंटर से दूसरे क्वारंटीन सेंटर भेज दिया। दूसरी लापरवाही सात लोगों को ट्रैक्टर ट्रॉली में बैठाकर कोविड-19 टेस्ट के लिए ऊना में भेजा गया। तीसरी लापरवाही इन सातों लोगों को टेस्ट स्थल पर एनएच हाई-वे किनारे बैठा दिया गया और चौथा कारनामा सातों लोग टेस्ट के इंतजार करते हुए सड़कों पर घूमते रहे, लेकिन इन्हें रोकने वाला कोई नहीं था।

हालांकि जिस स्थल पर टेस्ट के लिए लाया गया, वहां पहले से ही होमगार्ड जवान तैनात था, जिन्होंने इसे रोका तक नहीं। जैसे ही मामला डीसी ऊना के ध्यान में आया, तो डीसी ने इस लापरवाही पर न केवल रिपोर्ट तलब की, बल्कि उचित कार्रवाई करने के निर्देश भी दे दिए। डीसी ऊना खुद मौके पर पहुंचे उन्होंने अधिकारियों को लताड़ लगाई, उसी समय बिना टेस्ट किए इन 7 लोगों को टेंपो ट्रैवलर में बैठा वापस भेजा और निर्देश दिए कि सभी की सेंटर में ही सैंपलिंग की जाए।.
बता दें कि जिला ऊना के एक क्वारंटीन सेंटर में राजस्थान से एक ईंट भट्ठा की लेबर गत दिनों आई थी, जिसे सेंटर में रखा गया था। इस लेबर के कोविड-19 टेस्ट के लिए इन्हें ऊना तक पहुंचाने के लिए वहां तैनात स्टाफ द्वारा किसी वाहन के स्थान पर ट्रैक्टर ट्रॉली का सहारा लेना पड़ा। यही गलती स्टाफ पर भारी पड़ रही है, क्योंकि ट्रैक्टर भी ईंट भा मालिक से ही मांग कर लिया गया था। अब सवाल यह उठता है कि आखिर इनके टेस्ट इसी सेंटर में क्यों नहीं हो रहे और दूर भेजने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली का सहारा क्यों लिया गया। जिलाधीश ऊना ने इस मामले की पूरी रिपोर्ट तलब कर ली है और उचित कार्रवाई करने की बात कही।
तहसीलदार विजय कुमार राय ने कहा कि मेरे ध्यान में मामला आया है। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर में 7 लोगों को कोविड-19 लिए एक सेंटर से दूसरे सेंटर के लिए भेजा गया था। उन्होंने कहा कि मौके पर कोई दूसरा वाहन उपलब्ध नहीं था, इसलिए ट्रैक्टर में सोशल डिस्टेंस बनाए रखकर जाने को कहा गया था। अब तहसीलदार साहिब का बयान अपने आप में सवाल खड़े करता है कि सोशल डिस्टेंस 10 फुट की ट्रॉली में कैसे बनेगा।

हिमाचल में भी टिड्डियों के हमले को लेकर अलर्ट, 4 जिलों में ज्यादा खतरा


कृषि निदेशक ने कहा कि वर्तमान में राज्य के किसी भी हिस्से से टिड्डियों की गतिविधियों की कोई सूचना नहीं है और टिड्डी नियंत्रण के लिए आवश्यक कदम पहले ही उठाए जा चुके हैं.
शिमला. हिमाचल प्रदेश में भी टिड्डियों के हमले को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. कृषि विभाग के निदेशक डॉ. आरके कौंडल ने यहां बताया कि बड़े पैमाने पर रेगिस्तानी टिड्डों के संभावित आक्रमण के कारण प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों से इन टिड्डियों द्वारा फसलों को नष्ट करने की सूचना प्राप्त हुई है और प्रदेश में भी इनके आक्रमण की आशंका है, जिसके कारण प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है.
निदेशक डॉ. आरके कौंडल कहा कि विशेषकर कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर और सोलन जिले हाई अलर्ट पर है. उन्होंने कहा कि टिड्डियों की गतिविधियों पर निरंतर नजर रखने तथा किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए फील्ड अधिकारियों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने किसानों को टिड्डियों की किसी भी गतिविधि की रिपोर्ट अपने निकटतम कृषि अधिकारियों को तुरन्त देने का आग्रह किया है.

Friday, May 22, 2020

संसारपुर टैरेस में एक व्यक्ति आया कोरोना पाजिटीव

संसारपुर टैरेस  - हिमाचल प्रदेश में कोरोना के बढ रहे मामले चिन्ता का विषय है व जिला कांगडा के संसारपुर टैरेस में संस्थागत क्वारन्टाइन सेंटर में कोरोना का एक मामला सामने आया है । राजकीय बरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संसारपुर टैरेस में संस्थागत क्वारन्टाइन में तहसील ज्वाली गांव भरमाड का 49 बर्षीय व्यक्ति  कोरोना पाजिटिव पाया गया है । यह व्यक्ति दिल्ली से 13 मई को लौटा था व इस व्यक्ति का टेस्ट कोरोना पाजिटिव आया है व इस व्यक्ति को बैजनाथ शिफ्ट किया जायेगा । वहीं इस संस्थागत क्वारन्टाइन 59 कोरोना टेस्ट लिये गये थे व इसमें 33 व्यक्ति संस्थागत क्वारन्टाइन में थे व बाकी स्टाफ का कोरोना टेस्ट किया गया था । वहीं आज इस व्यक्ति का टेस्ट कोरोना पाजिटिव आया है ।


कोटला पुलिस ने 5 ट्रैक्टरों के चालान काट वसूला 23, हजार 500 जुर्माना।


कोटला पुलिस ने खनन माफिया के खिलाफ अभियान चला रखा है जिससे खनन माफिया में हड़कंप मचा हुआ है। कोटला चौकी प्रभारी संजय शर्मा अपनी टीम के साथ रोजाना पेट्रोलिंग करते हैं। गुरूवार को भी पेट्रोलिंग के दौरान देहर खड्ड बग्गा व चिचड़ खड्ड भाली में खनन करने पर पांच ट्रैक्टरों के चालान काटकर 23 हजार 500 रुपए जुर्माना वसूला है।
चौकी प्रभारी संजय शर्मा ने बताया कि खनन माफिया को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि खनन माफिया के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है जोकि आगे भी बदस्तूर जारी रहेगा। इसकी पुष्टि डीएसपी जवाली ओंकार चंद ने की है ।

Monday, May 18, 2020

पूर्व कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरेंद्र मनकोटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री जी आपने आज पहली बार बिल्कुल सच बोला कि 98% उद्यौगिक इकाइयां यानी मालिक होंगे लाभान्वित। 98℅ लोग नहीं।


 पूर्व कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरेंद्र मनकोटिया ने कहा कि
मुख्यमंत्री जी आपने आज पहली बार बिल्कुल सच बोला कि 98% उद्यौगिक इकाइयां यानी मालिक होंगे लाभान्वित।
     98℅ लोग नहीं।

     सरमायेदारों को और तगड़ा बनाते जाओ जनाव। इकाइयां बड़े लोगों  की और ऋण मोदीजी देंगे। वाह क्या डबल ईंजन सरकार है।
   अभी तक 3 पैकेज दे दिए पर पता एक का भी नहीं चला।

अच्छा तरीका खोजा मोदीजी ने। उद्योगों को ऋण दो, फिर वो NPA बन जाएगा। वापिस करने का झंझट ही नहीं। मरेगा कौन? किसान, बागवान, मजदूर, गरीब क्योंकि जब इन के पास पैसा ही नहीं होगा तो खरीदेगा कौन?
         आखिर में वही होगा,   जैसा नीरव मोदी  का ऋण NPA बना। पैसा बड़ों-बड़ों की जेब म़ें , वापिस करने की कोई जरुरत नहीं।

        ऋण (मर कर भी) वापिस कौन करेगा? बोझ तले कौन दबेगा? वही किसान, बागवान, मजदूर, गरीब, दुकानदार, कामगार।
        अरे जनाव सच में आर्थिकी और विकास को पतड़ी पर लाना है तो इस पैसे से इनका लोन माफ करो न कि उद्योगों का।
        ऊपर उठाना है तो गरीबों को उठाओ न कि अमीरों को।
        और इस पैसे को उद्योगों को  देकर पानी की तरह न बहाओ, यह आपका पैसा नहीं, यह हम-सब द्वारा टैक्स के रुप में दिया गया पैसा है। इसे किसान, बागवान, मजदूर, गरीब, दुकानदार, कामगार में बांटो ताकि मांग पैदा हो। इस पैसे में इन सब की हिस्सेदारी है।